Movie/Album: लूटेरा (2013)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: अमिताभ भट्टाचार्य
क्या कभी सवेरा, लाता है अँधेरा
सूखी सियाही, देती है गवाही
सदियों पुरानी
ऐसी इक कहानी
रह गयी, रह गयी
अनकही...
क्या कभी बहार भी, पेशगी लाती है
आने वाले पतझड़ की
बारिशें नाराज़गी भी जता जाती है
कभी कभी अम्बर की
पत्तें जो शाखों से टूटे
बेवजह तो नहीं रूठे, हैं सभी
ख्वाबों का झरोंखा, सच था या धोखा
माथा सहला के, निंदिया चुराई
सदियों पुरानी
ऐसी इक कहानी
रह गयी, रह गयी
अनकही...
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: अमिताभ भट्टाचार्य
क्या कभी सवेरा, लाता है अँधेरा
सूखी सियाही, देती है गवाही
सदियों पुरानी
ऐसी इक कहानी
रह गयी, रह गयी
अनकही...
क्या कभी बहार भी, पेशगी लाती है
आने वाले पतझड़ की
बारिशें नाराज़गी भी जता जाती है
कभी कभी अम्बर की
पत्तें जो शाखों से टूटे
बेवजह तो नहीं रूठे, हैं सभी
ख्वाबों का झरोंखा, सच था या धोखा
माथा सहला के, निंदिया चुराई
सदियों पुरानी
ऐसी इक कहानी
रह गयी, रह गयी
अनकही...
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